Wednesday, 30 January 2019

ऐ पथिक तू सीख ले!!!


कब तक किसी और के,
नक्शे पलटता तू रहेगा?
कब तक किसी और के पीछे,
खुद को घसीटता तू रहेगा?
खुद की राहों को बनाना,
ऐ पथिक तू सीख ले!!!....

कब तक पराए सपनों को,
अपने आंसुओं से सींचेगा?
कब तक अपने ख्वाबों को,
बस आंखे मीचे देखेगा?
खुद के परों को सजाना,
ऐ पथिक तू सीख ले!!!...

कब तक दूसरों की आग से,
रोशनी लेकर बैठेगा?
कब तक चांदनी अधूरी से ही,
राह को टटोलेगा?
खुद के रवि को उजागर करना,
ऐ पथिक तू सीख ले!!!...

कब तक उदाहरण औरों के,
तूं बस सुनता हि जाएगा?
आखिर कब अपनी नम पङी,
आवाज को उठाएगा?

खुद ही उदाहरण बन के गूंजना,
ऐ पथिक तू सीख ले!!!...


Sunday, 27 January 2019

दिल दिल में हिन्दुस्तान होगा !!!

उस दिन का इंतजार है, 
जब दिल दिल में हिन्दुस्तान होगा।

उज्ज्वल होगा घर घर,
रोशन हर बाग आंगन होगा।

निरक्षरता का निशान न हो, 
बेरोजगार कोइ इन्सान न हो।

स्वच्छता ही सेवा होगी, 
हरा भरा हर बगियान होगा।

कनक उठेगी मिट्टी जब,
जय जवान जय किसान होगा।

एकता का धर्म होगा,
सब लोगों का सम्मान होगा।

भ्रष्टाचार खत्म होगा,
इमान का प्रचार होगा।

सर्वोच्च जब तिरंगा होगा, 
भारत विश्व की शान होगा।

विश्वगुरु होगा भारत, 
सारे जहान में इसका नाम होगा।

उस दिन जग सारा झुक जाएगा,
हर श्वांस तब जय हिंद गाएगा।

सबल,श्रेष्ठ और समृध,
मेरा भारत महान होगा।

उस दिन का इंतजार है, 
जब दिल दिल में हिन्दुस्तान होगा।

जय हिंद, जय भारत ।

Saturday, 5 January 2019

बिन सुनि आवाज

  मै एक बिन सुनि आवाज था;
  गूंजेगी ये विश्वास था ।
  जो न हुआ वो आगाज था;
होगा ये विश्वास था ।

सूर्य मेरा भी अस्त एक दिन हो जाएगा;
मगर उस से पहले चांद निखर आएगा ।

मै सूर्य - चांद की ये प्रथा था;
जो कल होगा मै वो 'आज' था।
मै बिन सुनी आवाज था;
गूंजेगी ये विश्वास था।

कह देता हूँ सुनने वालो से;
के सुनो ये तो न होना हैरान;
शान्त हूँ मै, खुश हूँ कि मै हूँ परेशान।

इमान नहीं खोता हूँ, उस दिन से;
दिल से नहीं रोता हूँ, उस दिन से।

दुखों का जैसे मै साज था;
मै बिन सुनि आवाज था;
गूंजेगी ये विश्वास था।

खैर, अब समझ आ गई है;
खुद ही को समझाता हूँ;
मै बिन सुनी आवाज हूँ;
जो न हुआ वो आगाज हूँ।