उस दिन का इंतजार है,
जब दिल दिल में हिन्दुस्तान होगा।
उज्ज्वल होगा घर घर,
रोशन हर बाग आंगन होगा।
निरक्षरता का निशान न हो,
बेरोजगार कोइ इन्सान न हो।
स्वच्छता ही सेवा होगी,
हरा भरा हर बगियान होगा।
कनक उठेगी मिट्टी जब,
जय जवान जय किसान होगा।
एकता का धर्म होगा,
सब लोगों का सम्मान होगा।
भ्रष्टाचार खत्म होगा,
इमान का प्रचार होगा।
सर्वोच्च जब तिरंगा होगा,
भारत विश्व की शान होगा।
विश्वगुरु होगा भारत,
सारे जहान में इसका नाम होगा।
उस दिन जग सारा झुक जाएगा,
हर श्वांस तब जय हिंद गाएगा।
सबल,श्रेष्ठ और समृध,
मेरा भारत महान होगा।
उस दिन का इंतजार है,
जब दिल दिल में हिन्दुस्तान होगा।
जय हिंद, जय भारत ।
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