उठ ना! के फिर चलना हि तुझे,
उदय हो! के गम को अस्त करना है तुझे।
चल आ, आज कर्म कि कश्ती बांध ले,
अपार जो था रह गया था,
वह महासागर पार करना है तुझे!
उठ ना! के फिर चलना हि तुझे!
एक अंगारा सा था जो शान्त हो रहा,
माना कि सुर्य नहीं है तूं,
पर मशाल सा रोशन होना है तुझे!
उठ ना! के फिर चलना हि तुझे!
अग्नि में जाकर स्वर्ण सा तपना है,
करना सच तूने अपना हर सपना है,
सबसे जीत कर सबको जीतना है तुझे!
उठ ना! के फिर चलना हि तुझे!
माना के मंजिल दूर है,
अढचने भी भरपूर हैं,
हर गम को पार करना है तुझे!
उठ ना! के फिर चलना हि तुझे!
उठ ना! के फिर चलना हि तुझे,
उदय हो! के गम को अस्त करना है तुझे!!!
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
हो नहीं सकता!!!...
बंदिश ए ह्यात में है के वो रो नहीं सकता, उसे रास्तों ने बांधा है के अब वो खो नहीं सकता! मंजिल दूर है काफी मगर रास्ता है शाइस्ता, उसे ख्व...
-
कब तक किसी और के, नक्शे पलटता तू रहेगा? कब तक किसी और के पीछे, खुद को घसीटता तू रहेगा? खुद की राहों को बनाना, ऐ पथिक तू सीख ले!!!.....
-
मै एक बिन सुनि आवाज था; गूंजेगी ये विश्वास था । जो न हुआ वो आगाज था; होगा ये विश्वास था । सूर्य मेरा भी अस्त एक दिन हो जाएग...
-
मेरे हर गम मे, वो मेरे साथ होता था। जब सब छोड़ जाते, उसने थामा मेरा हाथ होता था। जब-जब समय ने मुझे तोड़ना चाहा, अकसर वो मुझे जोड़े ...
-
मै एक कवि! मै लिखता हूँ। कभी मै कुछ ख्वाब लिखता हूँ, कुछ तेरे कुछ अपने मै सपने लिखता हूँ। मै एक कवि! मै लिखता हूँ। कागज पर अनोखी दुनि...
-
उस दिन का इंतजार है, जब दिल दिल में हिन्दुस्तान होगा। उज्ज्वल होगा घर घर, रोशन हर बाग आंगन होगा। निरक्षरता का निशान न हो, ब...
-
खट्टी मीठी सी यादों वाला, ये साल था टूटे वादों वाला! कुछ नया हुआ कुछ पुराना हुआ, जानकार अपना आधा ज़माना हुआ! कुछ दोस्त बने कुछ रकीब हु...
-
मै दिल से दिल, को एक पैगाम हूं। मै दो रुहों के, बीच का प्यार हूं। मै कलाकार हूं! हां कलाकार हूं। मै हिमालय से ऊंची, एक चट्टान हूं। ...
-
हर सुबह एक ढलते सूरज कि तरह उठता है, वो लड़का बोरी में घर का बोझ लिए चलता है। उस कूड़े के ढेर में,अपनी किस्मत टटोलता है, चंद सिक्कों...
-
उठ ना! के फिर चलना हि तुझे, उदय हो! के गम को अस्त करना है तुझे। चल आ, आज कर्म कि कश्ती बांध ले, अपार जो था रह गया था, वह महासागर पार कर...
-
Pc- Apurva Sriwastav. सुनो, एक कहानी सुनाता हूँ! ये मेरी कहानी नहीं है, किसी राजा या रानी की भी नहीं है! य...
No comments:
Post a Comment